राहुल के दाम कम करने के चलेंजे के बीच आज भी बढ़ा पेट्रोल - डीजल का भाव
एक लीटर पेट्रोल की कीमत सिर्फ 37 रुपए है, लेकिन सरकार एक लीटर पेट्रोल पर 40 रुपए टैक्स वसूल रही है. यानी पेट्रोल की कीमत से ज्यादा जनता टैक्स दे रही है. देश में पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ते ही जा रहे हैं. आज बारहवें दिन पेट्रोल 36 पैसे तो डीजल 22 पैसे महंगा हो गया है. कर्नाटक चुनाव के बाद दाम में लगातार बढ़ोतरी के बीज कल राहुल गांधी ने पीएम मोदी को दाम कम करने का चैलेंज किया था, लेकिन आज भी पेट्रोल-डीजल के दाम में बदस्तूर बढ़ोतरी जारी रही. दिल्ली में पेट्रोल अपने सबसे ऊपरी स्तर 77 रुपये 83 पैसे पर पहुंच गया है. वहीं मुंबई में 85 रुपये 65 पैसे प्रति लीटर बिक रहा है. देश में जगह-जगह बढ़ती कीमतों को लेकर विरोध-प्रदर्शन हो रहे हैं लेकिन सरकार अभी तक बढ़ते दामों पर कोई रोक नहीं लगा पाई है|
कहां कितने रुपए में बिक रहा है पेट्रोल?
आज दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 85 रुपया 65 पैसे है. वहीं कोलकाता में 80 रुपया 47 पैसे, मुंबई में 85 रुपया 65 पैसे और चेन्नई में 80 रुपया 80 पैसा प्रति लीटर है|
डीजल की कीमत?
दिल्ली में डीजल की कीमत 68 रुपया 75 पैसे, कोलकाता में 71 रुपया 30 पैसा, मुंबई में 73 रुपया 20 पैसा और चेन्नई में 72 रुपया 58 पैसे प्रति लीटर हो गया है. पेट्रोल डीजल की कीमतों में इजाफे से इसका सीधा असर आपकी-हमारी जेबों पर पड़ता है. सब्जी, ट्रांसपोर्ट और अन्य दैनिक उपयोग की वस्तुओं के दामों में इजाफा होने का खतरा बना रहता है|
एक लीटर पेट्रोल पर 40 रुपए टैक्स वसूल रही है सरकार
बता दें कि एक लीटर पेट्रोल की कीमत सिर्फ 37 रुपए है, लेकिन सरकार एक लीटर पेट्रोल पर 40 रुपए टैक्स वसूल रही है. यानी पेट्रोल की कीमत से ज्यादा जनता टैक्स दे रही है. दरअसल अभी डीलर एक लीटर पेट्रोल 37.65 रुपए में खरीद रहा है. इसपर वह तीन रुपए 63 पैसे कमीशन वसूल रहा है. 19 रुपए 48 पैसे इसपर एक्साइड ड्यूटी लग रही है और 16 रुपए 41 पैसे वैट वसूला जा रहा है. ऐसे में एक लीटर पेट्रोल पर 39 रुपए 52 पैसे टैक्स वसूला जा रहा है|
मोदी सरकार के कार्यकाल में बिक रहा है सबसे महंगा पेट्रोल
बता दें कि पेट्रोल-डीजल भारत के इतिहास में कभी भी दिल्ली में इतना महंगा नहीं बिका. जितना महंगा आज मोदी सरकार के कार्यकाल में बिक रहा है. दिल्ली में मनमोहन सिंह की सरकार में सबसे अधिक महंगा पेट्रोल 14 सितंबर 2013 को बिका था. तब पेट्रोल की कीमत 76 रुपये छह पैसे थी|
पिछले चार सालों में मोदी सरकार ने 9 बार एक्ससाइज ड्यूटी बढाई है और तीन लाख 10 हजार करोड़ से ज्यादा अपने खजाने में भरे हैं. आज सरकार न तो एक्साइज ट्यूटी घटा रही है और न ही पेट्रोल-डीजल को जीएसटी के दायरे में लाने की कोशिश कर रही है.
पिछले चार सालों में मोदी सरकार ने 9 बार एक्ससाइज ड्यूटी बढाई है और तीन लाख 10 हजार करोड़ से ज्यादा अपने खजाने में भरे हैं. आज सरकार न तो एक्साइज ट्यूटी घटा रही है और न ही पेट्रोल-डीजल को जीएसटी के दायरे में लाने की कोशिश कर रही है.
Comments
Post a Comment